राजनीति
“धरसीवा जनपद की बैठक में पारदर्शिता पर सवाल – बिना सर्वसम्मति पारित हुआ मांढर तालाब प्रस्ताव, आठ जनपद सदस्यों ने जताया कड़ा विरोध, कोर्ट जाने की दी चेतावनी”

ज़ोहेब खान……. रायपुर: जनपद पंचायत धरसीवा की सामान्य सभा की बैठक में उस समय विवाद खड़ा हो गया, जब मांढर तालाब के सौंदर्यीकरण एवं गहरीकरण से जुड़े प्रस्ताव को बिना सर्वसम्मति के पारित कर दिया गया। आरोप है कि जनप्रतिनिधियों को अंधेरे में रखकर, सिर्फ उपस्थिति पत्रक पर हस्ताक्षर लेकर प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।
इस एकतरफा कार्यवाही का पुरज़ोर विरोध करते हुए जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 01 की स्वेता यजेन्द्र वर्मा, क्षेत्र क्रमांक 19 के कृणाल सिन्हा, क्षेत्र क्रमांक 15 की निशा अंजीत सैयतोडे, क्षेत्र क्रमांक 20 की ममता ध्रुव, क्षेत्र क्रमांक 21 की धनेश्वरी बंदे, क्षेत्र क्रमांक 09 के भगत बंजारे, क्षेत्र क्रमांक 07 के मनहरण वर्मा, और क्षेत्र क्रमांक 05 के विजय साहू ने मिलकर विरोध दर्ज किया है।
मनहरण वर्मा (जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 07) ने सख्त लहजे में कहा:
“यह जनप्रतिनिधियों के विश्वास के साथ धोखा है। बिना चर्चा और सहमति के कोई भी प्रस्ताव पारित नहीं किया जा सकता। यदि हमारी बातों को नजरअंदाज किया गया, तो हम न्यायालय की शरण में जाएंगे। लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चल सकती।”
जनपद सदस्यों ने स्पष्ट किया है कि यदि जल्द ही इस निर्णय को वापस लेकर निष्पक्ष प्रक्रिया के तहत दोबारा विचार नहीं किया गया, तो वे उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।
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यह मामला अब पूरे जनपद में चर्चा का विषय बन गया है, और लोग भी पंचायत की पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाने लगे हैं।