क्राइम

“डिजिटल अरेस्ट” में कंबोडिया गैंग का भंडाफोड़ – 5 ठग गिरफ्तार, 1.02 करोड़ की साइबर ठगी का पर्दाफाश

ज़ोहेब खान…….रायपुर।
रायपुर रेंज पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी का खुलासा करते हुए कंबोडिया गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक श्री अमरेश मिश्रा के निर्देशन में रेंज साइबर थाना रायपुर की टीम द्वारा की गई। आरोपी डिजिटल अरेस्ट की नई तकनीक अपनाकर दो अलग-अलग मामलों में 1 करोड़ 2 लाख रुपए की धोखाधड़ी में संलिप्त थे।

 

पहला मामला

प्रार्थी रामेश्वर प्रसाद देवांगन से अज्ञात आरोपियों ने खुद को सीबीआई और आरबीआई अधिकारी बताकर बात की। उन्हें झूठा डर दिखाया कि उनके नाम से संचालित मोबाइल नंबर पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है। आरोपियों ने प्रार्थी को 24 घंटे व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर जोड़े रखा और “डिजिटल अरेस्ट” के जरिए 14 लाख रुपए की ठगी कर ली।
थाना पुरानी बस्ती में अपराध क्रमांक 282/25 धारा 318(4), 3(5) बीएनएस एवं 66(D) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ।

दूसरा मामला

इसी तरह, प्रार्थी संतोष दाबडघाव से भी अज्ञात आरोपियों ने खुद को दूरसंचार विभाग एवं मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर बात की। उन्हें भी डराया गया कि उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है। प्रार्थी को 24 घंटे व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर जोड़े रखकर डिजिटल अरेस्ट कर 88 लाख रुपए की ठगी की गई।
इस पर थाना पुरानी बस्ती में अपराध क्रमांक 305/24 धारा 318(4), 3(5) बीएनएस एवं 66(D) आईटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज हुआ।

कंबोडिया गैंग का नेटवर्क ध्वस्त

आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर रेंज साइबर थाना रायपुर ने तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर मुख्य आरोपियों की पहचान की। घटना के बाद आरोपी अलग-अलग राज्यों में फरार हो गए थे। पुलिस की विशेष टीमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भेजी गईं।

गिरफ्तारी विवरण:

मनीष पाराशर (27 वर्ष) – गोकुलपुरी, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली

अर्जुन सिंह (25 वर्ष) – हाथरस, उत्तर प्रदेश

राहुल मर्कड (40 वर्ष) – अहमदनगर, महाराष्ट्र

आकाश तुषरानी (33 वर्ष) – उल्हासनगर, ठाणे, महाराष्ट्र

लखन जाटव (36 वर्ष) – उज्जैन, मध्यप्रदेश

सभी गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

आईजी अमरेश मिश्रा ने दी चेतावनी

पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने आम जनता से अपील की है कि अज्ञात नंबर से आने वाली कॉल्स पर किसी भी प्रकार की वित्तीय जानकारी साझा न करें। उन्होंने कहा कि रायपुर रेंज पुलिस “ऑपरेशन साइबर शील्ड” के तहत ऐसे साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी।

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