छत्तीसगढ़

झलमला से मानपुर होते हुए महाराष्ट्र को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 930 का निर्माण कार्य पिछले एक साल से कछुआ की चाल चल रहा

जाहिद खान…बालोद

झलमला से मानपुर होते हुए महाराष्ट्र को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 930 का निर्माण कार्य पिछले एक साल से कछुआ की चाल चल रहा

बालोद।झलमला से मानपुर होते हुए महाराष्ट्र को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 930 का निर्माण कार्य पिछले एक साल से चल रहा है। ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे कछुआ की चाल से निर्माण से राहगीरों की जान की आफत बन चुकी है कोई भी सक्षम अधिकारी और ठेकेदार ना ही उसके कर्मचारी कुछ सुनने को तैयार है आलम यह है कि लगभग एक साल पूर्व से निर्माण हो रहा है लेकिन आज तक राहगीरों को बस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है आए दिन लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं साथ ही धूल के अंबार से लोगों का गुजारना मुश्किल हो गया है सबसे बड़ी बात यह है कि यह एक जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है जिसमें बड़े-बड़े जनप्रतिनिधियों से लेकर जिले के आला अधिकारी आए दिन गुजरते हैं लेकिन कोई भी अपनी जिम्मेदार लेना नहीं चाहता, सारी परेशानी जैसे आम जनता को ही झेलनी लिखी है शासन प्रशासन के इस रवैया से आम लोग परेशान हो गए है। नया बस स्टेंड में स्थित प्रवेश द्वार के सामने सर्विस रोड बनाने के नाम पर सड़क तोड़ दी गई वहां पर मोटे-मोटे गिट्टी बिछाए हैं लेकिन उन पर रोलर नहीं चला है जिसके कारण आज दोपहर में एक कार फस गई जिसे स्थानीय लोगो के मदद से काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।

नया बस स्टेंड में स्थित प्रवेश द्वार पर सर्विस रोड बनाने के नाम पर सड़क तोड़कर बिछा दी गिट्टी,गिट्टी में फसी कार

बालोद शहर में हो रहे राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 में भारी अनियमितता के कारण लोग हो रहे हैं परेशान, गंजपारा क्षेत्र में कई स्थानों पर जेसीबी से गड्ढे खोदे जाने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सर्विस रोड बनाने के नाम पर सड़क तोड़ दी गई वहां पर मोटे-मोटे गिट्टी बिछाए हैं लेकिन उन पर रोलर नहीं चला है जिसके कारण से दो पहिया वाहनों के चालको परेशानी हो रही है। वही नया बस स्टेंड स्थित प्रवेश द्वार में ही सड़क के किनारे गिट्टी डालकर छोड़ दिया जिससे आज कार फस गई जिसे स्थानीय लोगो की सहायता से बाहर निकाला गया। उक्त सड़क निर्माण को लेकर प्रशासन के ध्यान में लाया था लेकिन आज तक प्रशासन द्वारा भी कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।

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