दल्ली राजहरा नगर पालिका में बीजेपी का नो कॉन्फिडेंस मोशन फेल

बालोद। जिले के नगर पालिका दल्लीराजहरा अध्यक्ष शीबू नायर के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव खारिज हो गया। 27 सदस्यों वाले नगर पालिका परिषद में भाजपा के 14 प्रस्ताव के पक्ष और विपक्ष में पड़े 11-11 वोट, 3 निरस्त, भाजपा के दो पार्षद नहीं हुए शामिल ।पार्षद होने के बावजूद वे शीबू की कुर्सी हिला नहीं पाए।
बीजेपी के हैं और भाजपा के पार्षदों ने ही कांग्रेस के अध्यक्ष शिबू नायर को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया था, परंतु उनके ही पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष शिबू नायर के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया। प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने और उनकी पार्टी के आधे से ज्यादा पार्षद होने के बावजूद अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो जाना पार्टी में ही एकजुटता की तरफ इशारा करता है।
यह तब और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि, भाजपा के 14 तथा 4 निर्दलीय पार्षद होने के बावजूद केवल 9 सदस्यों वाले कांग्रेस के शीबू ने अपनी सत्ता बरकरार रखने में सफल रहे। बड़ी बात यह भी रही कि अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली भाजपा प्रस्ताव पारित करने के लिए आवश्यक 17 वोटों का शेष पेज 10 पर आंकड़ा छूना तो दूर, अपने 14 पार्षदों काभी विश्वास प्राप्त नहीं कर पाई। गौरतलब है कि इस अविश्वास प्रस्ताव में 100 प्रतिशत उपस्थिति रहने पर भाजपा को शिबू नायर को पद से हटाने के लिए 18 मतों की आवश्यकता थी। वहीं, अपनी कुर्सी बचाने के लिए नगरपालिका अध्यक्ष शिबू नायर को 10 मतों की आवश्यकता थी।
लेकिन सोमवार को हुए मतदान के दौरान कुल 25 पार्षदों की उपस्थिति में भाजपा को जहाँ शिबू नायर को हटाने के लिए 17 मतों की आवश्यकता थी, वहीं अपनी कुर्सी बचाने के लिए शिबू नायर को 9 मत चाहिए थे। लेकिन, उन्हें 11 लोगों का विश्वास मिला और वे अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे और भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
चुनाव में भाजपा के दो पार्षद अनुपस्थित रहे, तो वहीं तीन पार्षदों का वोट निरस्त हो गया।राजनीति के जानकार बताते हैं कि भाजपा के रणनीतिकार पूरी तरह से तैयार नहीं थे और जल्दबाजी में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इसलिए वे निर्दलीय पार्षदों को साथ नहीं पाए। सबसे बड़ी बात यह रही कि भाजपा के पार्षदों ने ही पार्टी का साथ नहीं दिया। 14 में से जहां दो पार्षद मतदान के दौरान उपस्थित ही नहीं हुए, वहीं पार्टी के उपस्थित 12 सदस्यों में से भी पूरे 12 वोट नहीं मिल पाए। हाल ही में विधानसमा में मारी जीत के बाद अब लोकसभा चुनाव करीब ही है, ऐसे में पार्टी में नगर पालिका स्तर पर इस तरह के मतभेद को देखते हुए आगामी चुनाव को लेकर भी लोगों में चर्चा हो रही है।
अनुविभागीय दंडाधिकारी सुरेश साहू पीठासीन अधिकारी के अलावा तहसीलदार और मुख्य नगर पालिका शीतल चंद्रवंशी सहित राजस्व और नवगरीय निकाय के अधिकारी चुनाव कराने में लगे हुए थे। 11:30 बजे पार्षदों की मतदान प्रक्रिया प्रारंभ हुई तथा 1 बजे परिणाम की घोषणा की गई। अपनी कुर्सी सुरक्षित रहने की घोषणा होते ही अध्यक्ष शिबू नायर के समर्थक शिबू नायर के पक्ष में नारेबाजी कर रंग गुलाल लगाकर पटाखे फोड़ खुशियां मना रहे।