बालोद शहर के जामा मस्जिद में आज 19वा रोजा इफ्तारी का इन्तजाम

जाहिद खान……बालोद। रमजान माह शुरू होते ही मुस्लिम समाज के लोग शिद्दत के साथ अल्लाह की इबादत कर रहे हैं।
बालोद शहर के जामा मस्जिद में आज 19वा रोजा में मुस्लिम नौजवानों के तरफ से लस्सी का इन्तजाम किया गया।
रमजान के पवित्र महीने को बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। रमजान महीने की शुरुआत के साथ ही जामा मस्जिद को रोशनी से जगमगा दिया गया है। इसके साथ ही शाम होते ही इफ्तारी के लिए मुस्लिम समाज के लोग रोजाना जुट रहे है।बालोद शहर के जामा मस्जिद में रोज शाम होते ही सामूहिक इफ्तारी का इन्तजाम किया जा रहा है जहां पर बच्चों से लेकर हर वर्ग के लोग इफ्तारी के लिए शामिल होते हैं। इफ्तारी के लिए लगभग सभी मुस्लिम घरों से मस्जिद में इफ्तार पहुंचता है फिर एक साथ बैठकर इफ्तारी कर रोजा खोलते हैं।
रात में तरावीह की नमाज अदा की जा रही है. जामा मस्जिद बालोद के इमाम साहब ने बताया की रमजान का महीना खुदा से गुनाहों की माफी मांगने का जरिया है. रोजे की हालत में एक नेकी के बदले खुदा से 70 नेकियों का शबाब मिलता है. खुदा हर इंसान को रमजान के महीने में बुराईयों से रोकने का मौका देता है। बता दे की मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए रमजान का महीना सबसे पाक और पवित्र माना जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार यह नौवां महीना होता है। इसे माह-ए-रमजान कहा जाता है। मुसलमान भाइयों ने पूरे दिन भूखे प्यासे रहकर रोजा रख रहे है। सूर्य के डूबने तक कुछ नहीं खाए पीए। सूर्योदय से पहले सहरी कर रोजा रखी। शाम को सूर्य के डूबने के बाद रोजा इफ्तारी की। रोजा के दौरान रोजेदारों ने अल्लाह की इबादत कर इंसानयित की दुआ मांगी।
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