वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेशों की अनदेखी, मोवा थाना प्रभारी की मनमानी जारी

ज़ोहेब खान…….रायपुर। पुलिस विभाग में जनता की शिकायतों को दबाने की बात आम हो चुकी है, लेकिन अब उच्च अधिकारियों के आदेशों की भी अनदेखी की जा रही है। ताजा मामला रायपुर जिले का है, जहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा 3 जुलाई 2024 को प्रआर 421 संदीप तिवारी का ट्रांसफर पंडरी से खमतराई थाना किया गया था। हालांकि, आज तक संदीप तिवारी अपने पुराने स्थान पर ही तैनात हैं। इस रिलीविंग में देरी का मुख्य कारण मोवा थाना प्रभारी हैं, जिन्होंने उच्च अधिकारियों के आदेश को अनदेखा कर दिया है।
सरकार द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि किसी भी अफसर की अधिकतम पदस्थापना तीन साल की होनी चाहिए, जिसके बाद उन्हें स्थानांतरित किया जाना अनिवार्य है। इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से सरकार ने सर्कुलर भी जारी किया था। बावजूद इसके, पुलिस विभाग में अधिकारी और कर्मचारी अपने स्थानांतरण के बाद भी पदों पर जमे हुए हैं।
इस प्रकार की अनदेखी दो कारणों से होती है— पहला, अधिकारी कोर्ट से स्टे नहीं लेता लेकिन उच्च अधिकारियों से ‘संपर्क’ कर अपने पद पर बना रहता है। दूसरा, रिलीव होने के बाद भी अधिकारी तय स्थान पर ज्वाइन नहीं करता। मोवा थाना प्रभारी द्वारा जारी आदेशों की अनदेखी और अपने स्तर पर मनमानी करने के चलते, संदीप तिवारी अब तक रिलीव नहीं हो पाए हैं। इस स्थिति से पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता और मिलीभगत के आरोप लगने लगे हैं।
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