
छत्तीसगढ़ में कैबिनेट और बीजेपी संगठन का विस्तार एक साथ हो सकता है। बीजेपी नेताओं ने इस ओर संकेत दिए हैं। आने वाले कुछ दिनों में ही इसका निर्णय हो जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के दिल्ली प्रवास से लौटने के बाद मंत्रिमंडल के लिए 2 नए नामों की चर्चा, मंत्री बनने की रेस में MLA राजेश अग्रवाल और आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब का नाम भी जुड़ गया है। इससे पहले सीनियर विधायक अमर अग्रवाल और गजेंद्र यादव का नाम चल रहा था। अब देखना यह है, किसको साय संगठन में जगह मिलेगी।
सीएम विष्णुदेव साय सहित बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी इस संबंध में बयान जारी कर चुके है। बताया जा रहा है इसी माह नियुक्तियों का सिलसिला चलेगा। कार्यकर्ताओं को सौगात देने वाली लिस्ट बन चुकी है, बस जारी होना बाकी है।
अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल, आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब और दुर्ग के विधायक गजेंद्र यादव का नाम सामने आ रहा है। गुरु खुशवंत साहेब एससी/एसटी समुदाय से आते है।
विधायक गजेंद्र यादव ओबीसी और विधायक राजेश अग्रवाल जनरल समुदाय से आते है। इन तीनों को कैबिनेट में शामिल करके बीजेपी तीन वर्ग तक पहुंच सकती है। भाजपा में तीन प्रदेश मंत्री के साथ-साथ नई कार्यकारिणी की भी नियुक्त होगी। इनमें 7 मोर्चा, 30 प्रकोष्ठ अध्यक्ष और 2 प्रदेश महामंत्री चुने जाएंगे। प्रदेश भाजपा संगठन की नई कार्यकारिणी के ऐलान में भी विलंब हो रहा है।
दरअसल, निगम-मंडल में पार्टी के करीब 20 नेताओं को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष जैसे पदों की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी भी चर्चा में है। मौजूदा अध्यक्ष शालिनी राजपूत को सरकार ने हस्तशिल्प विकास बोर्ड का प्रमुख नियुक्त किया है।
ऐसे में अब इस पद पर किसी सक्रिय और प्रभावशाली महिला नेता को जिम्मेदारी सौंपे जाने की संभावनाएं बन रही हैं। भाजपा नेत्रियां भी इस पद को लेकर अपनी दावेदारी मजबूत कर रही हैं। संगठन से जुड़े जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में संगठन के विस्तार के लिए किसी प्रकार के नए फॉर्मूले पर काम नहीं हो रहा है। केवल यह देखा जा रहा है कि कौन कार्यकर्ता संगठन के लिए कितनी ईमानदारी और समर्पण से काम कर सकता है। इसके आधार पर सीनियर नेताओं के साथ तालमेल बिठाकर संगठन विस्तार की कवायद की जा रही है।