ग्राम धीना के बड़े तालाब के बीचोंबीच में प्राचीन काल में सरई लकड़ी का स्तंभ
जाहिद खान………बालोद।ग्राम धीना के बड़े तालाब के बीचोंबीच में प्राचीन काल में सरई लकड़ी का स्तंभ लगाया गया था। जो धीरे-धीरे टूट-टूट कर नष्ट हो गया था। लम्बे समय के बाद जब तालाब को सुखाकर खुदाई की गई तो वहां लगभग 10 फीट लम्बा सरई लकड़ी का स्तंभ निकला।प्राचीन काल में लगाए गए इस काष्ठ स्तंभ को देखने बड़ी संख्या में आ गए। जिसके बाद ग्रामीणों ने बैठक कर सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि तालाब में नया स्तंभ लगाया जाएगा। तुरंत गांव में चंदा इकट्ठा 48 हजार रुपए से सरई लकड़ी का 25 फीट लंबा स्तंभ बनवाया। जिसे पूजापाठ के बाद तालाब के बीचोंबीच स्थापित कर दिया।ग्रामीण बताते हैं कि तालाब में लगे सरई लकड़ी से बने स्तंभ 100 साल से अधिक का पुराना था। इस दौरान राजकुमार तारम, सुखीराम पटेल, डालचंद जैन, नरेंद्र निषाद, लक्ष्मण सिन्हा, डोमार सिन्हा, सोहन रावटे, शिवकुमार निषाद, ओमराज भूआर्य, शालु विश्वकर्मा, अनिल तारम, प्रदीप सिन्हा, फकीर तारम, प्रिंसपाल चोरिया, रूपसिंह रावटे व ग्रामवासी उपस्थित रहे।