
रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा 2023 के चुनावों में करारा हारी कांग्रेस की राजनीति में भारी उबाल आ गया है। जिन विधायकों को टिकट से वंचित किया गया था, उन टिकट वंचितों ने पार्टी के जिम्मेदार नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लगातार दूसरे दिन एक पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने कैमरे के सामने आरोप लगाया है कि पीसीसी के प्रभारी सचिव चंदन यादव ने उसे दो किस्तों में 7 लाख रुपए लिए।
डा. जायसवाल का सवाल है कि ये रूपये क्यों लिए गए, अगर रकम पार्टी फंड में गई तो कोई बात नहीं। लेकिन नहीं तो पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। ये साफ होना चाहिए कि ये रूपए यादव की जेब में गए हैं या पार्टी कोष मेंं। जायसवाल मनेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से 2018 का चुनाव जीते थे। इस बार उनका टिकट काटा गया है। वे खुद भी मानते हैं कि सर्वे रिपोर्ट उनके खिलाफ थी। लेकिन जिसे टिकट दिया उस पर भी वे सवाल उठाते हैं। वे पार्टी के प्रभारी सचिव को रकम के मामले में घेर रहे हैं तो पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को टिकट वितरण की गलती का जिम्मेदार बता रहे हैं।
बृहस्पत ने की शुरूआत
जायसवाल से एक दिन पहले पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ आरोप का मोर्चा खोला था। उन्होंने 2023 की हार के लिए सीधे सीधे प्रदेश प्रभारी और टीएस सिंहदेव के जिम्मेदार ठहराया था। टीएस से उनका सियासी बैर पुराना है। लेकिन सैलजा के खिलाफ उनका विद्रोह नया है।
मामला ये है दरअसल
कांग्रेस ने 2018 के विजेता 22 विधायकों के टिकट उनका परफॉर्मेंस के आधार पर काट दिए थे। इनमें से 7 जीतकर आए हैं। बाकी सबका बुरा हाल हुआ है। कांग्रेस का कहना है वोट शेयर उतना ही रहा, कम नहीं हुआ। ये बातें कम से उन नेताओं के गले नहीं उतर रही है जिन्हें टिकट से वंचित किया गया था। ताजा सियासी हालात मे राजनीतिक प्रेक्षकों का ये भी मानना है कि कांग्रेस में टिकटों से वंचितों का विद्रोह शुरू हो गया है।
बयान बाजी करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जरूरत : डॉ. महंत
छत्तीसगढ़ कांग्रेस इलेक्शन कम्पैन कमेटी के चेयरमैन व विधानसभा अध्यक्ष व शक्ति के नव निर्वाचित विधायक डॉ. चरणदास महंत इन दिनों दिल्ली प्रवास पर है, विधानसभा चुनाव 2023 में मिले जनादेश का सम्मान करते हुए प्रदेश भर के मतदाताओं का आभार जताया, साथ ही डॉ. महंत ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के खिलाफ दिये गए बयानबाजी की तल्ख लहजे में निंदा करते हुए गहरी नाराजगी ब्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की बयानबाजी करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की जरूरत है।
डॉ. महंत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को तोड़ने- बाटने व कमजोर करने वालो की अब कांग्रेस में कोई जरूरत नही है ! इस तरह के लोगो के खिलाफ अनुशाशन का डंडा चलाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व कुमारी शैलजा व प्रदेश के सह प्रभारियों ने कांग्रेस को एक जुट रखा, बावजूद किसी को अपनी बात रखना है तो पार्टी फोरम में रखे, पार्टी के बाहर बात रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जरूरत है। डॉ. महंत ने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस बाबा सहित अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने वालो को बर्दाश्त नही किया जाएगा !