“राजधानी रायपुर में शराबी पुलिसकर्मी का आतंक! – गाड़ियों में तोड़फोड़, गाली-गलौच और धमकियां, क्या ऐसे रक्षक बनेंगे भक्षक?”

ज़ोहेब खान………रायपुर। राजधानी रायपुर में पुलिस विभाग की शर्मनाक करतूतें थमने का नाम नहीं ले रहीं! होली के दूसरे दिन देवेंद्र नगर स्थित पारस नगर में शराब के नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने पूरे इलाके में आतंक मचा दिया। घटना दोपहर करीब 3 बजे की है, जब आरक्षक भरत सिंह ठाकुर (आर 2763) ने नशे की हालत में खड़ी गाड़ियों में टक्कर मारी और बेतहाशा हंगामा करने लगा।
शराबी पुलिसकर्मी ने गाड़ियों को क्षतिग्रस्त करने के बाद घरों के सामने खड़े होकर जोरदार गाली-गलौच शुरू कर दी। इतना ही नहीं, जब लोगों ने इसका विरोध किया तो वह और उग्र हो गया और गाड़ियों में तोड़फोड़ करने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने इस उपद्रव का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
यह कोई पहली घटना नहीं है! राजधानी के थानों में शराबी पुलिसकर्मियों की गुंडागर्दी आम होती जा रही है। कभी मोवा थाने में नशे में नाबालिग को बेरहमी से पीटा जाता है, तो कभी राखी थाने के अंदर पुलिसकर्मी शराब पीते हुए पकड़ाए जाते हैं। हाल ही में एक पुलिसकर्मी की पिस्टल के साथ फोटो डालकर भौकाल मचाने का मामला भी जमकर सुर्खियां बटोर चुका है।
अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार एक सिपाही के पास पिस्टल कहां से आई? क्या यह विभागीय पिस्टल है या गैरविभागीय? इस गंभीर मामले की जांच आज तक क्यों नहीं हुई?
क्यों पुलिस विभाग ऐसे गुंडागर्दी करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने से कतराता है? क्या इन्हें खुली छूट दी जा चुकी है कि वे अपनी वर्दी का रौब दिखाते हुए लोगों के साथ बदसलूकी करें और उन्हें धमकाएं?
घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने तत्काल इस शराबी पुलिसकर्मी को हटाने की मांग की है। अब देखना यह होगा कि पुलिस विभाग ऐसे बेलगाम और अराजक पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करेगा या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह रफादफा कर दिया जाएगा?