जिले दल्लीराजहरा में गुरुवार को बेरोजगारों ने कलवर, नागुर, दुलकी एवं महामाया माइंस के ठेका कार्यों में उपेक्षा के खिलाफ आंदोलन शुरू किया

जिले दल्लीराजहरा में गुरुवार को बेरोजगारों ने कलवर, नागुर, दुलकी एवं महामाया माइंस के ठेका कार्यों में उपेक्षा के खिलाफ आंदोलन शुरू किया
बालोद।जिले दल्लीराजहरा में गुरुवार को बेरोजगारों ने कलवर, नागुर, दुलकी एवं महामाया माइंस के ठेका कार्यों में उपेक्षा के खिलाफ आंदोलन शुरू किया। बेरोजगारों ने संयुक्त यूनियन छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ, हिंदुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन व संयुक्त खदान मजदूर संघ के बैनर तले महामाया माइंस जाने वाली सड़क पर रेलवे ओवरब्रिज के पास धरना प्रदर्शन किया। विनोद मिश्रा ने कहा कि दल्ली खदान समूह के सभी ठेका कार्यों में आसपास के ग्रामीणों को बिना किसी भेदभाव काम पर लिया गया है।दल्लीराजहरा के साथियों द्वारा इन्हें अपनापन और भाईचारे की भावना से देखा जाता है। हमारे द्वारा कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है। जबकि स्थानीय कलवर, नागुर, दुलकी और महामाया माइंस में काम जब से चालू हुआ है। वहां के ठेका कार्यों में दल्लीराजहरा के बेरोजगारों को काम पर नहीं लिया जा रहा है। सोमनाथ उइके, छत्तीसगढ़ में श्रमिक संघ से सोमनाथ उइके, इंद्रपाल सिंह, कृष्ण यादव, एम्पलाइज यादव, संयुक्त खदान मजदूर संघ से अनिल यादव, हिंदुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन के विनोद मिश्रा मौजूद थे।
स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा की जा रही: संघ संघ ने कहा कि विगत कुछ वर्षों से स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा की जा रही है जिसके कारण दल्लीराजहरा में निवास करने वाले बेरोजगारों की भविष्य अधर में है। जबकि दल्ली राजहरा माइंस के अंतर्गत आसपास के ग्रामीण भी रोजगार के लिए दल्लीराजहरा के खदानों में काम करते हैं। जिसके लिए दल्लीराजहरा के निवासियों के द्वारा आपत्ति नहीं की जाती। दल्लीराजहरा के आसपास इन खदानों से निकलने वाले कच्चा आयरन ओर माइंस के बंकर एवं प्लांट में आकर खपत होगी। आनुपातिक रूप से दल्लीराजहरा के बेरोजगारों को भी काम दिया जाए।