बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ना करे सरकार, आचार संहिता पर चिंतन करें – आम आदमी पार्टी

ज़ोहेब खान……रायपुर। आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ ने प्रदेश में प्रस्तावित नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के समय पर कड़ी आपत्ति जताई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने कहा कि राज्य सरकार समय पर चुनाव कराने में विफल रही है और अब जब बच्चों की वार्षिक परीक्षाओं और बोर्ड एग्जाम का समय आ रहा है, सरकार चुनाव के लिए आचार संहिता लगाने की तैयारी कर रही है।
गोपाल साहू ने कहा, “चुनाव प्रक्रिया के दौरान बड़ी संख्या में शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव कार्यों में लगाई जाएगी। इससे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित होगी। 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, NEET और अन्य प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को इस स्थिति का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। सरकार और चुनाव आयोग को बच्चों के भविष्य को प्राथमिकता देते हुए इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।”
पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और सोशल मीडिया प्रभारी सूरज उपाध्याय ने कहा, “प्रदेश में 20 जनवरी से 28 जनवरी तक प्री-बोर्ड परीक्षाएं होने वाली हैं। वहीं, चुनाव के लिए करीब 2 लाख शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। जबकि राज्य में पहले से ही 56 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इससे स्पष्ट है कि स्कूलों में शिक्षण कार्य बाधित होगा और बच्चों का शिक्षा सत्र प्रभावित होगा।”
सूरज उपाध्याय ने कहा कि आम आदमी पार्टी बच्चों की शिक्षा के प्रति गंभीर है और सरकार से अपील करती है कि चुनाव की प्रक्रिया को गर्मी की छुट्टियों के दौरान आयोजित किया जाए। इससे बच्चों की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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पार्टी ने मुख्यमंत्री और चुनाव आयोग से यह अनुरोध किया है कि शिक्षा सत्र को ध्यान में रखते हुए आचार संहिता को लागू करने का फैसला भविष्य के हित में लिया जाए। आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर प्रदेश में जन जागरूकता अभियान चलाने की भी बात कही है।
आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट किया कि यदि बच्चों की पढ़ाई को लेकर सरकार ने उचित निर्णय नहीं लिया, तो पार्टी प्रदेश स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी।