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शैक्षणिक भ्रमण के तहत लूतरा शरीफ मदरसे के बच्चे पंहुचे विज्ञान केंद्र रायपुर, देखा और जाना विज्ञान के चमत्कार।

शैक्षणिक भ्रमण के तहत लूतरा शरीफ मदरसे के बच्चे पंहुचे विज्ञान केंद्र रायपुर, देखा और जाना विज्ञान के चमत्कार।

 

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड द्वारा गठित इंतेजामिया कमेटी दरगाह लुतरा शरीफ ने मंगलवार को मदरसा दारूल उलूम फैजाने इंसान अली शाह के विद्यार्थियों को विज्ञान केंद्र रायपुर का भ्रमण कराया। यहां मदरसा के बच्चों ने विज्ञान की ताकत व चमत्कार को देखा और उसके बारे में बहुत सी जानकारी प्राप्त की।विज्ञान केंद्र रायपुर के वैज्ञानिक अमित कुमार मेश्राम, प्रज्ञा कदम तथा अनुभवी अधिकारी कर्मचारियों ने इन बच्चों को विज्ञान की क्षमताओं एवं ज़रूरत को समझाया, सिखाया और बताया। बच्चे विज्ञान प्रदर्शनी देख अभिभूत हुए साथ ही विज्ञान के महत्व को बारीकी से समझने की कोशिश की। मदरसा दारूल उलूम फैजाने इंसान अली शाह के प्रिंसिपल हाफ़िज़ मोहम्मद रिजवान सलामी, शिक्षक हाफ़िज़ अब्दुल्ला खान, दरगाह के खादिम हाजी साबिर खान, कर्मचारी नसीर खान के साथ मदरसा के बच्चे रायपुर पहुंचे। दरगाह इंतजामिया कमेटी लूतरा शरीफ के उपाध्यक्ष मोहम्मद सिराज ने बताया की इंतेजामिया कमेटी द्वारा ही मदरसा दारूल उलूम फैजाने इंसान अली शाह लुतरा शरीफ को संचालित किया जाता है जहां बच्चों को दीन के साथ साथ दुनियावी तालीम भी देने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले भी शिक्षा को लेकर हमने अपनी सजगता दिखाई है। लूतरा में ही इन बच्चों के लिए शिक्षा संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। हमारा मकसद सभी बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना है।

उनको शिक्षा की तरफ लाना है। शिक्षा वो चिराग है जो हर अंधेरे को उजाले में तब्दील कर सकती है और ये नन्हे बच्चे तालीम हासिल कर अपना मुस्तकबिल खुद तय कर सकते हैं।

 

इंतजामिया कमेटी के सदर इरशाद अली कहते हैं बच्चे विज्ञान केंद्र भ्रमण के लिए बेहद उत्साहित थे उनका उत्साह बढ़ाने ही यह भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। हमने इस वर्ष से दीन और दुनियावी तालीम बच्चों के लिए जरूरी कर दिया है,जहां वो दीनी तालीम कुरान मुकम्मल अरबी, उर्दू के साथ साथ भाषा, गणित, कंप्यूटर तथा विज्ञान जैसे विषयों को पढ़ेंगे समझेंगे और भविष्य में ये तय भी कर पाएंगे की उन्हें अपना मुस्तकबिल किस क्षेत्र में बनाना है, हम केवल उनके उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने की कोशिश मात्र कर रहे हैं।

 

कमिटी के सचिव रियाज़ अशरफी ने बताया कि इन बच्चों में एक बच्चा ऐसा भी है जिसने मात्र 11 वर्ष की उमर में पूरी कुरान मुकम्मल याद कर लिया है वो हाफिज ए कुरान बन गया है। मोहम्मद शाने आलम नाम के इस बच्चे की जहानत बेहद आला दर्जे की है। मात्र 11 महीने में ही इस बच्चे ने पूरी कुरान हिफ्ज कर डाली है। इस बच्चे को विज्ञान विषय में रुचि है और उसके लिए भी ये भ्रमण किसी सपने के पूरा होने जैसा है।

मदरसे के बच्चों का विज्ञान केंद्र भ्रमण अपने आप में बहुत सी बातें बयान करता है। मुस्लिम समाज अब शिक्षा को जो महत्व दे रहा है उससे समाज का भला ही होता नज़र आ रहा है। ये छोटे-छोटे मासूम बच्चे अपने दीन की तालीम के साथ-साथ बेहद जरूरी दुनियावी शिक्षा को हासिल करने में जुट गए हैं। बच्चों की हौसला अफजाई के लिए नाजिया परवीन रायपुर द्वारा सभी बच्चों को कपड़े का तोहफा भी दिया गया। इस आयोजन में दरगाह कमेटी के नायब सेक्रेटरी हाजी गुलाम रसूल खान साबरी, खजांची रोशन खान, लंगर इंचार्ज मोहम्मद कुद्दुश, हाजी अब्दुल करीम बेग, फिरोज खान, महबूब खान,अब्दुल रहीम, हाजी जुबेर महमूद के साथ शाज़ी राशिद भी मौजूद रहे।

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