प्रशासन की नाक के नीचे राशन के चावल का गोरख धंधा खुलेआम चल रहा

प्रशासन की नाक के नीचे राशन के चावल का गोरख धंधा खुलेआम चल रहा
नरेन्द्र बंजारे…..रायपुर/ 23/3/2024/प्रशासन की नाक के नीचे राशन के चावल का गोरख धंधा खुलेआम चल रहा है। शासन प्रशासन को इस बात कही खबर नहीं कि उनकी नाक के नीचे मुफ्त में मिलने वाला राशन का चावल ग्रामीणों को लालच देखें 10 या 15 रुपये पर किलो के हिसाब से ले कर बिचौलियों को 22 रुपये से ले कर 25 रुपये तक बेचा जा रहा है। ऐसे ही एक मामला गुढ़ियारी में पाया गया है, 23/3/2024 को सूबा 7,30 को गाड़ी नंबर cg 04 NV 7538,, अशोक लीलैंड गाड़ी में राशन का चावल भारी मात्रा में लोड करते पाया गया। हमारे संवादाता द्वारा पूछे जाने पर बत्तमीजी करते हुवे बड़े ही रौब के साथ कहा गया जो करना है कर सकते है यहाँ कोई नही आएगा एवं सब को अपना हिस्सा पहुचता है। अब सवाल ये बनता है कि सब को हिस्सा पहुचने का मतलब क्या प्रशासन के अधिकारियों/कर्मचारियों की मिली भगत से ये गोरख धंधा चल रहा है? आखिर क्यों खुलेआम परिवहन होने के बावजूद प्रशासन की नज़रों ये बिचौलियों बचे हुवे है सवाल ये भी है कि जो लोगो को सरकार के राशन की जरूरत नही ऐसे लोगो के राशन कार्ड निरस्त क्यों नही किये जाते ताकि जिन्हें सच मे राशन की जरूरत है उनतक सरकार की मदद पहुच सके हमारी मांग सासन और प्रशासन से है कि इसकी जाँच की जाए और दोसी राशन दुकान एवं ऐसे राशन कार्ड धारियों पे कार्यवाही की जाए।