भोथली निवासी एक किसान खिलानंद साहू को सरकारी सिस्टम ने जीते जी किया मृत घोषित।

जाहिद खान…..बालोद। बालोद जिले के गुरूर ब्लॉक स्थित ग्राम भोथली निवासी एक किसान खिलानंद साहू को सरकारी सिस्टम ने जीते जी मृत घोषित कर दिया। वहीं, जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण बीते लगभग तीन वर्षों से किसान अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। लेकिन, सिस्टम है कि उसे जीवित मानने को तैयार नहीं है।
पीएम किसान सम्म्मान निधि योजना के तहत किसानों को प्रत्येक तीन महीने में दो हजार रूपये की राशि किसानों के खाते में प्रदान की जाती है, लेकिन किसान खिलानंद साहू को इस योजना का लाभ मिलना अचानक बंद हो गया। इस बात से परेशान किसान अपने कृषि विस्तार अधिकारी के पास पहुंचा, तब उसे पता चला कि उसकी तो मौत हो गई है और इसीलिए उसे पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि नहीं मिल रही है।उन्हें बताया गया कि आपको संबंधित विभाग के दस्तावेज में मृत घोषित किया जा चुका है, जिसके बाद किसान ग्राम पंचायत पहुंचा और जीवित होने का प्रमाण पत्र बनवाया और संबंधित कृषि विभाग के समक्ष जमा किया गया, बावजूद इसके किसान के खाते में सम्मान निधि का पैसा नहीं आया। तब परेशान किसान ने जनदर्शन के माध्यम से समस्या के निदान के लिए कलेक्टर से गुहार लगाने पहुंचा।किसान खिलानंद साहू ने जनदर्शन में बताया कि मेरे खाते में किसान सम्मान निधि योजना के तहत पूर्व में पांच किश्त की राशि आई। लेकिन, 2021 से किश्त आना बंद हो गया। वहीं, कृषि विस्तार अधिकारों से मिलने पर उन्होंने सरकारी दस्तावेज में उन्हें मृत घोषित किए जाने की जानकारी दी गई। उसके बाद मैंने ग्राम पंचायत के माध्यम से जीवित प्रमाण पत्र बनाकर कृषि विभाग गुरूर व राजस्व विभाग गुरूर के पास जमा किया। लेकिन, उसके कई महीने बाद भी मेरे खाते में राशि नहीं आई। इसलिए अब जनदर्शन के माध्यम से कलेक्टर से गुहार लगाया हूँ।