
हरियाणा की बेटी, दिल्ली की शान
क्राइम छत्तीसगढ़……..रायपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 11 दिनों के सस्पेंस के बाद श्रीमती रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री घोषित किया। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनीं, इससे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी इस पद पर रह चुकी हैं। साधारण पृष्ठभूमि से उठकर राजनीति की ऊंचाइयों तक पहुंचने का उनका सफर प्रेरणादायक है।
संघर्ष और सियासी सफर
हरियाणा के जींद जिले के जुलाना कस्बे में जन्मीं श्रीमती रेखा गुप्ता का परिवार 1972-73 में दिल्ली आ गया। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) से राजनीति की शुरुआत करने के बाद वे 2007 और 2012 में पार्षद बनीं। हालांकि, महापौर पद और दो विधानसभा चुनावों में हार के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने संघर्ष को जारी रखा।
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2025 में ऐतिहासिक जीत, फिर मुख्यमंत्री पद
श्रीमती रेखा गुप्ता ने 2025 में शालीमार बाग विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी बंदना कुमारी को 29,000 वोटों से हराया। उनकी लोकप्रियता और संगठन में पकड़ के कारण भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए चुना।
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महिलाओं के उत्थान की पक्षधर
एक समर्पित नेता के रूप में, उन्होंने महिला सशक्तिकरण, रोजगार, शिक्षा और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए काम किया है। भाजपा ने उनकी कार्यकुशलता और जनता से जुड़ाव को देखते हुए उन्हें नेतृत्व सौंपा।
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दिल्ली के लिए नए सपने, नई उम्मीदें
दिल्ली की जनता को अब उनसे सफाई व्यवस्था, महिला सुरक्षा और शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलावों की उम्मीद है। भाजपा नेतृत्व को भी विश्वास है कि श्रीमती रेखा गुप्ता राजधानी में पार्टी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगी।
संघर्ष, समर्पण और संकल्प की मिसाल – श्रीमती रेखा गुप्ता का सफर न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उदाहरण भी!