सरकार का ध्यान रोजगार के अधिकतम अवसर सृजित करने पर: मोदी

अहमदाबाद.। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार का ध्यान युवाओं के लिए रोजगार के अधिकतम अवसर सृजित करने पर है। मोदी ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम को वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधित करते हुए युवाओं से स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर आत्मनिर्भर बनने के देश के प्रयासों का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि केवल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ही देशभक्ति नहीं है, बल्कि उन्होंने व्यापारियों से केवल स्वदेशी वस्तुएं बेचने का निर्णय लेने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने ‘स्किल इंडिया मिशन’ शुरू किया, जिसके तहत करोड़ों युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में कुशल जनशक्ति के रूप में तैयार किया जा रहा है। आज दुनिया का एक बड़ा हिस्सा उम्र बढ़ने की समस्या में फंसा हुआ है; उन्हें युवाओं की जरूरत है और भारत में दुनिया को युवा देने की क्षमता है।” मोदी ने अहमदाबाद के सरदारधाम फेज-11 में एक बालिका छात्रावास का शिलान्यास करने के बाद कहा, ‘‘अगर आज युवा कुशल हैं, तो उनके लिए रोजगार की अनेक संभावनाएं हैं। वे आत्मनिर्भर बनते हैं, इससे उन्हें शक्ति मिलती है।” उन्होंने बेटियों की प्रगति में समाज के सहयोग की सराहना की।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में कई बदलाव किए हैं, जिसमें कौशल पर सबसे अधिक जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान ‘स्टार्ट अप इंडिया’ और मुद्रा योजना के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार के अधिकतम अवसर पैदा करने पर है। उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत में ‘स्टार्टअप’ की संख्या दो लाख के करीब पहुंच गई है। हमने मुद्रा योजना शुरू की। इसके तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए 33 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं।
इससे लाखों युवा आत्मनिर्भर बन चुके हैं और दूसरों को भी आत्मनिर्भर बना रहे हैं।” मोदी ने कहा कि दुनिया भारत के श्रम के साथ-साथ उसकी प्रतिभा को भी महत्व देती है और उसकी अहमियत को समझती है, जिससे विभिन्न देशों में नए अवसर पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे युवा स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और अंतरिक्ष जैसे कई क्षेत्रों में दुनिया को आश्चर्यचकित कर रहे हैं।” भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने युवाओं से स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल करके देश के प्रयासों में सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘आज की दुनिया में भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा, यानी हमें स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करना होगा।
‘मेक इन इंडिया’ के प्रति हमारा उत्साह बढ़ना चाहिए। स्वदेशी आंदोलन हमारे भविष्य को मजबूत करेगा और आपको इसका नेतृत्व करना होगा। हमारे समाज के युवाओं को यह तय करना होगा कि हमारे घर में एक भी विदेशी चीज न आए।” मोदी ने कहा कि भारत की ताकत ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भरता में निहित है, जो आने वाली पीढ़ियों का भविष्य उज्ज्वल करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘केवल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ही देशभक्ति नहीं है बल्कि व्यापारियों को केवल स्वदेशी वस्तुएं बेचने का निर्णय लेना चाहिए।” मोदी ने कहा कि भारतीय समाज जागरूक हो गया है और उसने अपनी बेटियों के प्रयासों का समर्थन करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज समाज में एक नयी जागृति आई है। वे स्वयं आगे आ रहे हैं और अपनी बेटियों की प्रगति के लिए व्यवस्था कर रहे हैं। गुजरात में जो बीज बोए गए थे, वे आज ‘बेटी बचाओ बेटी केलवणी’ जैसी योजनाओं से काफी लाभ हुआ है और इससे समाज को आगे आकर लड़कियों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहन मिला है।
मोदी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक और चिंता का विषय है, जिसका समाधान उन्होंने समाज के सहयोग से किया तथा इस सामाजिक बुराई को मिटाने के लिए एक आंदोलन चलाया। उन्होंने कहा कि गुजरात आज धीरे-धीरे बेटे और बेटियों की संख्या में बड़े अंतर को पाटने में सफल हो रहा है। मोदी ने कहा कि देश में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तीकरण सुनिश्चित करने के लिए ऐतिहासिक नीतियों पर काम किया जा रहा है। मोदी ने कहा, ‘‘जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की बात आती है, तो हमें अपनी बेटियों की आवाज सुनने को मिलती है। हम उनकी वीरता के बारे में सुनते हैं।
गांवों में लखपति दीदियों की संख्या तीन करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले दो करोड़ तक पहुंच गई। ‘ड्रोन दीदी’ ने गांवों में बहनों के प्रति पूरा नजरिया बदल दिया है।” उन्होंने कहा कि बैंक सखी और बीमा सखी जैसी योजनाएं महिला सशक्तीकरण में मदद कर रही हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं। मोदी ने कहा कि भारत में बुनियादी ढांचे का विकास रिकॉर्ड गति से हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ के कारण, सौर ऊर्जा प्रणालियां लगाने का बड़ा काम किया जा रहा है। ड्रोन और रक्षा उद्योग भी लगातार आगे बढ़ रहे हैं, और सरकार का मिशन निर्माण पर बड़ा ध्यान है।”