प्रियंका गांधी पर FIR को लेकर गरमाई सियासत, जानें पूरा मामला
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यध कमलनाथ समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं पर केस दर्ज होने के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है. दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर बड़े आरोप लगए हैं. उन्होंने कहा कि नेहरू परिवार ने हमेशा से झूठ और फरेब की राजनीति को अपनाया है.
सारंग ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को यह समझना चाहिए कि ऐसी राजनीति नहीं चलेगी. प्रियंका गांधी ने घोर निंदनीय कार्य किया है. बीजेपी सरकार ने मध्य प्रदेश में सुशासन स्थापित किया है, भ्रष्टाचार कमलनाथ की सरकार में होता था. मंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने जिस पत्र को ट्विटर पर वायरल किया वह पूरी तरह से फर्जी पत्र फर्जी है. संगठन फर्जी है.
पत्र को बताया फर्जी
विश्वास सारंग ने कहा कि जिस व्यक्ति के नाम पर यह पत्र वायरल किया गया है वह व्यक्ति भी नहीं है. इसके साथ-साथ जो कार्यालय का पता है. वह भी गलत है. कांग्रेस लगातार चुनावी साल में दुष्प्रचार करने में जुटी हुई है. यह तभी होता है जब नेता को लग जाए कि उसकी जमीन खिसक चुकी है.
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत 41 जिलों में एफआईआर दर्ज
जानकारी के अनुसार प्रियंका और कमलनाथ के खिलाफ भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत 41 जिलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इंदौर में ADCP राम सनेही मिश्रा ने कहा कि जांच चल रही है और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। ज्ञापन में प्रियंका गांधी और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं के नाम का उल्लेख किया गया है।
क्राइम ब्रांच डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कति 50 फीसदी कमीशन मामले में इंदौर के बाद भोपाल में भी एफआईआर दर्ज की गई है। प्रियंका गांधी, कमल नाथ, अरुण यादव, जयराम नरेश, शोभा ओझा और ज्ञानेंद्र अवस्थी (जो पत्र में मध्य प्रदेश सरकार पर ठेकेदार से 50 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगा रहे थे) की सोशल मीडिया आईडी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।