विश्व कैंसर दिवस : चिकित्सकों एवं जन सामान्य में जागरूकता लाने नये आयामों पर चर्चा की

बालोद। विश्व कैंसर दिवस पर चिकित्सकों एवं जन सामान्य में जागरूकता लाने हेतु कैंसर के विभिन्न कारको,उसके लक्षण व ईलाज के नये आयामों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में रायपुर के रेडियंट कैंसर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक सर्जन डॉ जयेश शर्मा, डॉ सिद्धार्थ तुर्कर एवं डॉ रेडियोलॉजिस्ट डॉ देवेंद्र ने कैंसर और विशेष तौर पर महिलाओं के स्तन कैंसर पर विस्तृत प्रकाश डाला।
उन्होंने स्लायड्स के माध्यम से स्तन कैंसर के कारनों पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आज से २० वर्ष पूर्व कैंसर की बीमारी को एक अभिशाप माना जाता था, उसे लाईलाज कहा जाता था, लेकिन आज शुरुआत में अर्थात् पहली या दूसरी स्टेज में यदि कैंसर पता लग जाये तो उससे समूल छुटकारा पाया जा सकता है। शुरुआती दौर में यदि कैंसर का फैलाव दूसरे अंगों जैसे लिवर, फेफड़े अथवा पीठ में नहीं हुवा हो तो इलाज के परिणाम अत्यंत ही जीवनदायी होते हैं।
इस हेतु महिलाओं को स्वयं सप्ताह में एक बार स्तन में किसी भी प्रकार के परिवर्तन या गठान की जाँच करनी चाहिये।शंका होने पर तत्काल चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिये। वर्तमान में मैमोग्राफी, सोनोग्राफ़ी एवं पेट स्कैन द्वारा सटीक डायग्नोसिस एवं इलाज संभव है।अतः कैंसर की शंका होने पर तत्काल विशेषज्ञ की रॉय लेवे और समय बर्बाद किए बिना सही ईलाज करवायें, डरे नहीं तो कैंसर का समूल नाश किया जा सकता है। कार्यक्रम में आई एम ए बालोद के अध्यक्ष डॉ प्रदीप जैन ने अपने संबोधन में सभी उपस्थित सदस्यों को आई एम ए के सभी कार्यक्रमों में सक्रियता से भाग लेने की सलाह दी।सचिव डॉ ए वि माहेश्वर, डॉ चेतना महेश्वर, डॉ राहुल अग्रवाल, डॉ प्रीति अग्रवाल, डॉ जे एस साहू, डॉ प्रदीप साहू, डॉ अजय साहू,डॉ जितेंद्र सिंग, डॉ शौर्य, डॉ पंकज शौरी ने भी भाग लिया। साथ ही दल्लीराजहरा आई एम ए के अध्यक्ष डॉ ध्रुवे, सचिव डॉ अशोक ठाकुर, डॉ राजीव लोचन शर्मा, डॉ रावटे की भी सक्रिय सहभागिता रही।