बकरे और सांड की सरेराह लड़ाई, आखिर किसकी हुई जीत, सभी हैरान…

रायपुर। एक पुरानी कहावत है बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी। देखिये बकरा और सांड की लड़ाई। इस कहावत को बकरे ने पलट दिया एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें बकरे ने सांड से भिड़कर उसको भागने पर मजबूर कर दिया। उक्त वीडियो को लोग राजनांदगांव चुनाव से जोड़कर भी देख रहे है और मजे भी ले रहे है, और तरह-तरह के कमेंट भी कर रह है। ये वायरल वीडियो राजनांदगांव विद्यानसभा क्षेत्र में वायरल हो रहा है और वीडियो को देखने के बाद लोग छोटू के हिम्मत की भूरि-भूरि प्रशंसा भी कर रहे है और अब बकरे के confidence की तारीफ भी जगह-जगह हो रही है। अब देखते है कि बलि का बकरा कौन बनता है।
जिले में कल नामांकन भरने का अंतिम दिन था. नामांकन फॉर्म की जांच आज की गई. जिसमें डोगरगढ़ एससी, राजनांदगांव , डोंगरगांव और खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के नाम शामिल है. जानकारी के मुताबिक डोगरगढ़ एससी क्षेत्र में चुनाव लड़ने 21 नेताओं ने नामांकन जमा किए थे जिसमें 6 के नाम निरस्त कर दिए गए हैं। अब 15 प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे. वही राजनांदगांव में 45 में से 41 नेताओं के फॉर्म सही पाए गए है. सिर्फ 4 निरस्त की गई है. गौरतलब है कि जांच उपरांत JCCJ यानि अमित जोगी पार्टी के उम्मीदवार का फॉर्म निरस्त कर दी गई है। राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. एक तरफ सीएम भूपेश बघेल के बाल सखा गिरीश देवांगन वही दूसरी ओर बीजेपी से दिग्गज नेता रमन सिंह दमदारी से मैदान पर उतरे है. साथ ही डोंगरगांव में 20 में से 15 फॉर्म को निर्वाचन अधिकारी ने सही माना है. खुज्जी की बता करें तो 14 में से 10 प्रत्याशी चुनाव लड़ सकेंगे। 4 के नाम निरस्त कर दिए गए है।