क्राइम छत्तीसगढ़……..ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई एवं नमामि गंगे प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशहरा के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर से लेकर त्रिवेणी घाट तक पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें सैलानियों एवं तीर्थयात्रियों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। रैली के पश्चात त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती एवं घाट की सफाई भी की गई।

परिसर के निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत, वाणिज्य संकाय अध्यक्ष प्रो. कंचन लता सिंहा, कला संकाय अध्यक्ष प्रो. डी.सी. गोस्वामी, प्रो. संगीता मिश्रा, डीएसडब्ल्यू प्रो. पी.के. सिंह, एवं प्रो. वी.एन. गुप्ता द्वारा “एक पौधा मां के नाम” अभियान की शुरुआत की गई। इस अवसर पर कमर्स ब्लॉक, आर्ट ब्लॉक, प्रशासनिक भवन, प्रांगण एवं खेल मैदान के किनारे पॉपुलर, नीम, बरगद, कचनार, शीशम, आंवला, बहेड़ा, जामुन आदि विभिन्न प्रजातियों के पौधों का वृक्षारोपण किया गया।
प्रो. महावीर सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि फलदार व उपयोगी वृक्षों का रोपण एवं संरक्षण अत्यंत आवश्यक है ताकि वृक्षारोपण का उद्देश्य पूर्ण हो और पर्यावरण की रक्षा की जा सके। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने घर या आसपास एक पौधा अपनी मां के नाम पर अवश्य लगाएं और उसकी देखभाल का संकल्प लें।
वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मंडोला ने बताया कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की थीम “प्लास्टिक प्रदूषण” है। उन्होंने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों की जानकारी दी और लोगों से अपील की कि वे प्लास्टिक का प्रयोग न करें।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती की और घाट की सफाई कर जनजागरूकता फैलाई। नमामि गंगे प्रकोष्ठ द्वारा कपड़े के थैले वितरित कर प्लास्टिक के विकल्पों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत क्षेत्र से प्लास्टिक एकत्र कर उसका उचित निपटान भी किया गया।
कार्यक्रम में स्वयंसेवी सुषमा, सोनी, किरण, सरोज, पीयूष गुप्ता, सिमरन, संजना, अंजलि, महक, सुमन, इशिका, राधिका, शांति, सोनी कुमारी, स्वाति, शिवम आदि की सक्रिय भागीदारी रही।
Back to top button