अडानी ग्रुप की कंपनियों का कैश रिजर्व 13.7% बढ़कर 45895 करोड़ रुपये पहुंच गया

नई दिल्ली. अडानी ग्रुप से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। अडानी ग्रुप की कंपनियों का कैश रिजर्व चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 13.7 पर्सेंट बढ़कर 45895 करोड़ रुपये पहुंच गया है। ग्रुप की कंपनियों की अर्निंग्स बढ़ने से कैश रिजर्व में यह उछाल आया है। हालांकि, ग्रुप के कर्ज में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हाफ-ईयर क्रेडिट परफॉर्मेंस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-सितंबर पीरियड में इबिट्डा (EBITDA) बढ़कर 71,253 करोड़ रुपये पहुंच गया है, एक साल पहले यह 57219 करोड़ रुपये था। वहीं, ग्रॉस एसेट्स 6 पर्सेंट बढ़कर करीब 4.5 लाख करोड़ रुपये पहुंच गए हैं।
अडानी ग्रुप कंपनीज के ग्रॉस डेट में लगभग कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह 2.26 लाख करोड़ रुपये रहा है। लेकिन, कैश रिजर्व्स के बाद अब नेट डेट 1.80 लाख करोड़ रुपये हो गया है। अप्रैल-सितंबर 2022 के मुकाबले यह 3.6 पर्सेंट कम है। अप्रैल-सितंबर 2022 में नेट डेट 1.87 लाख करोड़ रुपये था। ग्रुप की फ्लैगशिप इनक्यूबेटर अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन टॉप इबिट्डा अर्नर रही हैं। ग्रुप में कैश बैलेंस में इनकी हिस्सेदारी 37 पर्सेंट रही है।
अडानी एंटरप्राइजेज पर सबसे ज्यादा 103926 करोड़ रुपये का डेट था। वहीं, अडानी पोर्ट्स पर 99,901 करोड़ रुपये का डेट था। जबकि, अडानी पावर पर 91742 करोड़ रुपये का कर्ज था। सिटी गैस कंपनी अडानी टोटल गैस लिमिटेड की बॉरोइंग ग्रुप में सबसे कम थी। अडानी टोटल गैस पर 4773 करोड़ रुपये का डेट था। अडानी ग्रुप के शेयरों को हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से तगड़ा झटका लगा था। ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट आई। हालांकि, अब अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में अच्छी रिकवरी देखने को मिली है।