
ज़ोहेब खान……..रायपुर। छत्तीसगढ़ में आम जनता पहले ही महंगाई की मार झेल रही है, और अब बिजली दरों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी से परेशान हो गई है। आम आदमी पार्टी ने राज्य सरकार और विद्युत विभाग पर करारा हमला बोला है।
पार्टी के कर्मचारी विंग प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार झा ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल जनता को गन्ना समझ कर चूस रहा है।” उन्होंने कहा कि राज्य में सरप्लस बिजली होने के बावजूद 18 महीने में तीसरी बार घरेलू बिजली दरों में प्रति यूनिट 20 पैसे की वृद्धि किया जाना निंदनीय और शोषणकारी है। यह बढ़ोतरी पिछली तारीख से, 1 जुलाई से लागू की गई है, जो सीधे तौर पर आम उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने जैसा है।
झा ने कहा कि “बेशर्मी की हद तब होती है जब अधिकारी दावा करते हैं कि दरों में केवल 1.89% की वृद्धि की गई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह दर वृद्धि “महतारी वंदन योजना” में ₹1000 बांटने की भरपाई का तरीका है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के बाद सुरक्षा निधि के नाम पर भी जनता से राशि वसूली गई थी।
झा ने विद्युत मंडल को ‘दूध देने वाली गाय’ बताते हुए एमडी राजीव रंजन का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान करोड़ों का घोटाला कर वे बिहार में चुनाव लड़कर विधायक बने।
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने पहले भी विद्युत मंडल कार्यालयों में प्रदर्शन किया था और अब यदि बिजली दर वृद्धि वापस नहीं ली गई तो पूरे प्रदेश में जंगी आंदोलन होगा।
झा ने परिवहन विभाग पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हेलमेट चालान और नए नंबर प्लेट के नाम पर वसूली की जा रही है। उन्होंने पूर्व विधायकों आर के राय और अनूप नाग का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि विभागीय भ्रष्टाचार के प्रमाण मौजूद हैं।