
ज़ोहेब खान……..रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था को लेकर आम आदमी पार्टी का आक्रोश अब सड़कों पर फूट पड़ा है। शुक्रवार को रायपुर के पेंशनबाड़ा स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने आम आदमी पार्टी ने युक्तियुक्तकरण नीति के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन किया, जिसमें प्रदेशभर से कार्यकर्ता और छात्र-युवा शामिल हुए।
स्कूलों की हत्या कर रही सरकार – गोपाल साहू
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने कहा कि “भाजपा सरकार शिक्षा के मोर्चे पर पूरी तरह फेल हो चुकी है। 63,000 शिक्षकों की कमी को दूर करने के बजाय सरकार ने 10,000 स्कूल बंद कर दिए।” उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर स्कूलों को समाप्त कर युवाओं से नौकरी का हक छीना जा रहा है।
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5 किमी तक पैदल चलने को मजबूर बच्चियाँ – सूरज उपाध्याय
पार्टी के प्रदेश महासचिव एवं मीडिया प्रभारी सूरज उपाध्याय ने बताया कि सरकार के फैसले का सबसे बुरा असर छात्राओं पर पड़ा है। “जहां दो स्कूलों को मिलाया गया, वहां बच्चों को 3 से 5 किलोमीटर दूर तक पढ़ने जाना पड़ रहा है। इससे बालिकाओं की पढ़ाई बीच में छूट रही है। गणित और विज्ञान जैसे विषयों के शिक्षक नहीं हैं।”
स्कूल के छात्र पहुंचे कलेक्ट्रेट – मिहिर कुर्मी
प्रदेश मीडिया प्रभारी मिहिर कुर्मी और उपाध्यक्ष नंदन सिंह ने बताया कि बलौदाबाजार जिले के एक सरकारी स्कूल के छात्रों ने 50 किलोमीटर दूर कलेक्ट्रेट तक जाकर प्रदर्शन किया और अपनी पीड़ा रखी। धरसींवा के परसतराई स्कूल में तीन कक्षाओं के लिए केवल एक अंग्रेजी शिक्षक है, जो विज्ञान भी पढ़ा रहे हैं।
“छात्र ताले लगा रहे हैं स्कूल में” – आज़ीम खान
रायपुर लोकसभा अध्यक्ष आज़ीम खान और महासचिव प्रदुमन शर्मा ने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों जैसे बस्तर, सरगुजा और कांकेर में ड्रॉपआउट दर लगातार बढ़ रही है। “दंतेवाड़ा में एक स्कूल को 7 किमी दूर कर दिया गया, जिससे छात्रों ने स्कूल आना बंद कर दिया। एक गांव में तो शिक्षक न होने पर छात्रों ने खुद स्कूल में ताला लगा दिया!”
शिक्षकों की हड़ताल और जनआंदोलन की चेतावनी – दुर्गा झा
प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा झा और सह सचिव अनुषा जोसेफ ने बताया कि 1 जुलाई को साझा शिक्षक संघ ने राज्यव्यापी हड़ताल की थी, जिसमें 2 लाख शिक्षक शामिल हुए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार नीति वापस नहीं लेती, तो अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया जाएगा।