
ज़ोहेब खान……..रायपुर। आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ ने आज प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा देने वाला बयान जारी करते हुए शराब घोटाले को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों पर सीधा हमला बोला। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने सवाल उठाया कि — “इतना बड़ा घोटाला हुआ, लेकिन परदे के पीछे छिपे असली ‘बड़े नामों’ पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?”
साहू ने कहा कि 29 जून को जब EOW ने चार्जशीट दाखिल की थी, उसमें 29 आबकारी अधिकारियों को आरोपी बनाया गया, जिनमें से 7 रिटायर्ड और 22 वर्तमान में पदस्थ हैं। मगर जिन नेताओं के इशारों पर यह सिस्टम चला — उनके नामों पर चुप्पी क्यों? उन्होंने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके पुत्र चैतन्य बघेल का नाम भी इस मामले में ED की जांच में सामने आ चुका है। “जब आदेश ऊपर से आते हैं तो अधिकारी क्या करेंगे?”
‘B-Part सिस्टम’ से कैसे चलता था घोटाला
AAP के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने खुलासा किया कि यह घोटाला 2019 से 2023 के बीच 15 जिलों में चला, जहां “B-Part” नामक सिस्टम से बिना शुल्क व फर्जी होलोग्राम की शराब सरकारी दुकानों में धड़ल्ले से बेची गई।
अब तक 13 लोग गिरफ्तार, जिनमें पूर्व मंत्री कवासी लखमा, पूर्व IAS अनिल तुतेजा, कारोबारी अनवर ढेबर और विजय भाटिया जैसे नाम शामिल हैं।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मिहिर कुर्मी और उपाध्यक्ष नंदन सिंह ने कहा कि घोटाले में 88 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई, जिसमें प्रति पेटी औसतन 3.36% कमीशन बंटता था। आबकारी आयुक्त अनिमेष नेताम सहित 22 अधिकारी निलंबित हो चुके हैं।
हर महीने आबकारी उपायुक्त को ₹2 लाख, सहायक उपायुक्त को ₹1.5 लाख, जिला आबकारी अधिकारी को ₹1.25 लाख और सहायक अधिकारी को ₹1 लाख का अवैध हिस्सा तय था।
कैसे चलता था ‘एक्साइज सिंडिकेट’
AAP के रायपुर लोकसभा अध्यक्ष अज़ीम खान, महासचिव प्रदुमन शर्मा और कोषाध्यक्ष नवनीत नंदेने ने कहा कि पूरा घोटाला इतना सुव्यवस्थित था कि ईमानदार जांचकर्ता भी दंग रह गए।
डिस्टलरी से शराब निकलने से लेकर दुकानों तक पहुंचने और हर पेटी पर कमीशन का डिजिटल व मैन्युअल हिसाब रखा जाता था। हर महीने बैलेंसशीट बनती थी, और नकद में पैसा ऊपर तक पहुंचता था।
यह पूरा सिस्टम एक संगठित “Excise Syndicate” चला रहा था जिसमें अधिकारी, व्यापारी और सप्लायर सभी शामिल थे।
भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी कांग्रेस, जनादेश को धोखा देती भाजपा
प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा झा और सह सचिव अनुषा जोसेफ ने कहा कि अब कांग्रेस का असली चेहरा पूरी तरह उजागर हो चुका है। वहीं दूसरी ओर, मात्र डेढ़ साल में ही भाजपा सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है।
रायपुर शहर अध्यक्ष पुनारद निषाद और उपाध्यक्ष मिथलेश साहू ने तीखा सवाल उठाया — “भाजपा ने सत्ता में आते ही 67 नई शराब दुकानें क्यों खोल दीं? क्या नया घोटाला शुरू हो चुका है?”
उन्होंने कहा कि जनता अब किसी तीसरे, ईमानदार और जनहितकारी विकल्प की तलाश में है — और वह विकल्प है आम आदमी पार्टी, जो भ्रष्टाचार से लड़ने और पारदर्शिता लाने के लिए प्रतिबद्ध है।