बालोद के ग्राम मालकुवर के रिहायशी इलाके में बैंडेड करैत (आहिराज) सांप के निकलने रहवासियों में दहसत

जाहिद खान……बालोद। जिले के डौंडी ब्लॉक के ग्राम मालकुवर के रिहायशी इलाके में भी जहरीला आहिराज सांप निकल आया। इस रंगीन सांप को देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सांपों के रक्षक जगेंद्र भारद्वाज ने पकड़ कर सांप को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। नगर के सर्प संरक्षक जगेंद्र भारद्वाज ने सांप के बारे में बताया कि मालकुंवर गांव में पकड़े गए सांप को छत्तीसगढ़ में अहिराज नाम से जाना जाता है। इसका अंग्रेजी नाम बैंडेड करैत है और इसकी लंबाई 6 से 7 फीट तक होती है। इसके शरीर पर बनी काली पीली पट्टी की वजह से इसे आसानी से पहचाना जा सकता है।इसे छत्तीसगढ़ में काफी सम्मान से देखा जाता है। वैसे यह केवल बारिश के मौसम में और केवल रात में निकलता है। पर बेमौसम बारिश होने पर यह सांप भ्रमवश बाहर निकल आया है। यह करैत प्रजाति का काफी विषैला सर्प है पर बहुत शर्मीला भी होता है। इसलिए इसके द्वारा आज तक किसी को डसे जाने की कोई खबर नहीं है।भारद्वाज ने बताया कि यह सांप खतरा होने पर आक्रमण करने की बजाय अपना सिर अपने शरीर में छुपा लेता है। यह नायाब सर्प इस इलाके में विलुप्ति के कगार पर है। जगेंद्र भारद्वाज ने सबसे अपील करते हुए कहा है कि अगर कोई सांप दिखे तो उसे मारे नहीं, बल्कि उसे निकल जाने के लिए रास्ता दें या फिर लंबे डंडे से उठाकर बाहर निकाल दें।