क्राइम

सायबर ठगी में इस्तेमाल हो रहे बैंक खातों का खुलासा, 9 आरोपी गिरफ्तार बालोद पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त कार्रवाई में बड़ा भंडाफोड़

जाहिद खान…….बालोद। बालोद पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे म्यूल बैंक खातों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी चंद पैसों के लालच में अपने बैंक खाते, एटीएम और सिम कार्ड ठगों को सौंप रहे थे, जिससे साइबर अपराधी देशभर में धोखाधड़ी कर रहे थे।

 

भारत सरकार के गृह मंत्रालय के समन्वय पोर्टल से मिली जानकारी के आधार पर जांच के बाद खुलासा हुआ कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बालोद शाखा के 10 खातों में विभिन्न राज्यों से ठगी की राशि लगभग ₹3,19,145 जमा की गई थी। ये खाते साइबर अपराधियों के लिए “म्यूल अकाउंट” के रूप में कार्य कर रहे थे, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन धोखाधड़ी के पैसों को छिपाने और ट्रांसफर करने में किया जा रहा था।

ठगी के पैसों से जुड़े खाताधारकों और ब्रोकरों पर बड़ी कार्रवाई

जांच के दौरान 10 बैंक खाताधारकों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि उनके खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। कुछ आरोपियों ने अपने खाते किराये पर देने और दूसरों के लिए खाते खुलवाने की बात भी कबूल की।

वार्ड रानी लक्ष्मीबाई में AAP प्रत्याशी लक्ष्मण सेन का ज़ोरदार प्रचार, जनता ने मांगा बदलाव

 

गिरफ्तार किए गए बैंक खाताधारक:

1. उमेश कुमार निषाद (ग्राम हीरापुर, बालोद)

2. अभिषेक चौरे (ग्राम तरौद, बालोद)

3. जितेंद्र कुमार गावड़े (ग्राम हर्राठेमा, बालोद)

4. खिलेन्द्र रायपुरिया (जवाहरपारा, बालोद)

खाते उपलब्ध कराने वाले संवर्धक/ब्रोकर:

5. नारायण सोलवंशी उर्फ बबलू (बालोद)

6. उत्कर्ष गुप्ता (इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी, रायपुर)

7. करण यादव (राजिम, रायपुर)

8. हिमांशु ईसरानी (राजिम, रायपुर)

9. अजमल रजा उर्फ बाबर (राजिम, गरियाबंद)

 

ठगी के पूरे नेटवर्क पर शिकंजा, आगे भी होगी कार्रवाई

बालोद पुलिस ने इन आरोपियों पर बीएनएस की धारा 317(2), 317(4), 318(4), 61(2)(ए), 111 बीएनएस 2023 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसके अलावा, अन्य संदिग्ध खातों की भी जांच की जा रही है, जिससे पूरे गिरोह को बेनकाब किया जा सके।

पुलिस टीम का विशेष योगदान

इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में आईजी दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग के निर्देशन, एसपी बालोद एस.आर. भगत के मार्गदर्शन और एएसपी अशोक जोशी व मोनिका ठाकुर के पर्यवेक्षण में एसडीओपी देवांश सिंह राठौर के नेतृत्व में थाना प्रभारी बालोद रविशंकर पांडेय व साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक जोगेन्द्र साहू समेत कई पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।

बालोद पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते, एटीएम और सिम कार्ड किसी भी अनजान व्यक्ति को न दें, अन्यथा वे कानूनी कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button