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NSUI के दबाव में झुका विश्वविद्यालय प्रशासन, दलित छात्र को पुनः मिला छात्रावास

“हर जोर-जुल्म की टक्कर में, संघर्ष हमारा नारा है” – अमित शर्मा

ज़ोहेब खान…….रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में छात्रावास से निकाले गए अनुसूचित जाति के छात्र सुजीत सुमर को अखिल भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के विरोध प्रदर्शन के बाद पुनः छात्रावास में प्रवेश दिलाया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ABVP के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए हॉस्टल खाली कराने के नाम पर छात्र को जबरन निकाले जाने के खिलाफ NSUI कार्यकर्ताओं ने मंगलवार रात तक संघर्ष किया।

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NSUI का आरोप है कि छात्र सुजीत सुमर को विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसलिए निशाना बनाया क्योंकि उसने कुलपति के कथित भ्रष्टाचार का विरोध किया था। छात्र को निकाले जाने के पीछे प्रशासन की मंशा थी कि ABVP के पदाधिकारियों को छात्रावास में ठहराया जा सके।

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इस अन्याय के खिलाफ NSUI ने मोर्चा खोलते हुए देर रात 10:30 बजे तक आंदोलन किया, जिसके चलते विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने निर्णय में बदलाव करना पड़ा और छात्र को पुनः हॉस्टल में प्रवेश दिया गया।

 

NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा, “हर जोर-जुल्म की टक्कर में, संघर्ष हमारा नारा है। प्रदेश में किसी भी ST/SC छात्र के साथ अन्याय होने पर NSUI पूरी ताकत से उनके साथ खड़ी होगी।”

 

इस विरोध प्रदर्शन में NSUI के प्रभारी आदित्य सिंह बिसेन, प्रदेश महामंत्री हेमंत पाल, रायपुर जिलाध्यक्ष प्रशांत गोस्वामी, निखिल वजारी, वैभव मुजेवर, अनुज शुक्ला सहित अनेक छात्र-कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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NSUI के इस सफल आंदोलन को छात्र हितों की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

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