अब तक क्यों थमी हैं दिल्ली-NCR की सांसें, हर साल इस दौरान मिल जाती थी राहत; वजह क्या

दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पश्चिम यूपी और पंजाब समेत उत्तर भारत के कई बड़े शहर भीषण प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। दिल्ली में तो शुक्रवार की सुबह भी ज्यादातर इलाकों में AQI लेवल 400 के पार रहा। इसके अलावा गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा जैसे कई शहरों में भी AQI बहुत बढ़ा हुआ है। इसके अलावा सोनीपत, मेरठ जैसे शहरों में भी पलूशन खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है। आमतौर पर एनसीआर में बीते कई सालों में पलूशन अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के बाद बढ़ता था और नवंबर के दूसरे सप्ताह के आते-आते कम हो जाता था। लेकिन इस बार अब भी पलूशन का लेवल कम नहीं हुआ है तो यह चिंता की बात है।
इसकी वजह यह है कि इस बार बारिश देरी से हुई थी और इसी वजह से धान की फसल भी लेट हो गई। आमतौर पर नवंबर तक धान की फसल पूरी तरह से कट जाती थी और पराली खत्म हो जाती थी। लेकिन पंजाब में अब भी कई इलाकों में पराली जलाई जा रही है। फसल की कटाई ही देरी से हो रही है, ऐसे में उसके निपटान में भी वक्त लग रहा है। यही वजह है कि दिल्ली-एनसीआर में अब तक पलूशन भी बना हुआ है। नवंबर के दूसरे सप्ताह में तो पराली जलाने की घटनाओं में और तेजी आई है।