*खनिज विभाग मे पकड़ी गई ओवरलोड गाड़ियों को परिवहन विभाग मे नहीं देने का होता है सौदा?*

खनिज विभाग मे पकड़ी गई ओवरलोड गाड़ियों को परिवहन विभाग मे नहीं देने का होता है सौदा?
खनिज विभाग द्वारा जिन गाड़ियों को अवैध उत्खनन व अवैध परिवहन करते पकड़ा जाता है जिसमें जो गाड़ियां अपनी भार क्षमता से अधिक परिवहन करते पकड़ी जाती है। नियमानुसार उक्त गाड़ी को खनिज विभाग के कार्यवाही के उपरांत परिवहन विभाग (आरटीओ) को सौंपने का प्रावधान है गाड़ियों को परिवहन विभाग को सौंपने पर गाड़ी मालिकों को लंबा जुर्माना भरना पड़ता है परिवहन विभाग में नहीं देने के नाम पर खनिज विभाग के उच्च अधिकारी व इंस्पेक्टरों द्वारा उनसे प्रति गाड़ी सौदा किया जाता है। जिसमें खनिज विभाग द्वारा प्रशासन व कलेक्टर महोदय को गुमराह कर गाड़ी में गाड़ी के बाहर छमता के अनुरूप माल दिखाया जाता है। क्योंकि परिवहन विभाग की कार्यवाही से जुर्माना इतना ज्यादा हो जाता है कि गाड़ी माली को मजबूरी वश इनसे सौदा करना पड़ता लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर कलेक्टर महोदय को गुमराह कर रहे हैं। निरंतर की जा रही है लंबी कमाई खनिज विभाग के उच्च अधिकारी किशोर कुमार गोलघाटे के आने के उपरांत से आज दिनांक तक लगभग एक भी गाड़ी इनके द्वारा परिवहन विभाग को ओवरलोड में नहीं सौंपी गई है।
ओवरलोड चलने का भी होता है सौदा प्रति गाड़ी प्रति माह?
जिन गाड़ियों की भार छमता 10 घन मीटर की है वे सेटिंग के उपरांत 20 से 25 घन मीटर माल लेकर मजे से सड़को पर दौड़ती नजर आ जायगी सोचने वाली बात यह है की
राजधानी का ये हाल है तों दूसरे जिलों मे क्या होता होगा।
थाना परिसर मे सुपुर्दगी मे खड़ी की गई गाड़ियों का भी कलेक्टर महोदय को गुमराह कर गलत जानकारी दे सौदा कर गाड़ी मालिकों बचाया जुर्माने से बचा जम कर कमाई की जा रही है विगत दो से तीन दिनों मे खनिज विभाग द्वारा लगभग 20 से 25 गाड़िया पकड़ी गयी जो सभी ओवरलोड थी व है जिसे नियमानुसार खनिज विभाग की कार्यवाही के उपरांत परिवहन विभाग को नियमानुसार सौपा जाना था जो खनिज विभाग द्वारा नहीं क्या गया खनिज अधिकारी गोलघाटे के आने के बाद से आज दिनांक तक लगभग एक भी गाड़ी परिवहन विभाग (RTO) को क्यों नहीं सोपी गयी?