Raipur Jungle Safari Update: प्रदेश का पहला स्थान प्लास्टिक मुक्त, पर्यटकों की जंगल सफारी से पहले चेकिंग, हुए बदलाव
क्राइम छत्तीसगढ़ न्यूज़…….. रायपुर। पर्यटकों को छत्तीसगढ़ का पर्यावरण और यहां की सौंदर्यता बहुत भाती है। वहीं वन्य जीवों को देखने के लिए और उनसे रूबरू होने के लिए पर्यटक जू पहुंचते हैं।
प्रदेश में रायपुर की जंगल सफारी भी पर्यटकों के लिए काफी रुचिकर है। जंगल सफारी के लिए प्रदेश समेत दूसरे राज्यों और विदेश से भी लोग यहां घूमने के लिए आते हैं।
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रायपुर की जंगल सफारी को लेकर नया आदेश जारी कर दिया गया है। अब पर्यटक जंगल सफारी में प्लास्टिक नहीं ले जा सकेंगे। इसको लेकर आदेश आज से ही प्रभावी कर दिया गया है।
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18 अगस्त से सफारी के अंदर एक भी प्लास्टिक उत्पाद नहीं जा सकेगा। इसके लिए हर पर्यटक बैग की जांच की जाएगी। इससे प्लास्टिक से संबंधित चीजें व पानी बोतल अंदर नहीं ले जा सकेंगे।
छत्तीसगढ़ का पहला स्थान प्लास्टिक मुक्त
वन मंत्री केदार कश्यप ने इसको लेकर जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि जंगल सफारी को प्लास्टिक मुक्त करने का निर्णय लिया गया है।
ताकि पर्यावरण सुरक्षित रखा जा सके। वन्यजीव मुख्य वन संरक्षक सुधीर अग्रवाल के अनुसार जंगल सफारी को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। यह निर्णय पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश का यह पहला स्थान होगा, जहां नियम लागू कर प्लास्टिक मुक्त किया गया है।
नहीं मिलेंगे ये सारे प्रोडक्ट
निदेशक जंगल सफारी के द्वारा जानकारी दी गई कि जंगल सफारी में पर्यटकों को प्लास्टिक अंदर ले जाने की अनुमति दी जाएगी। पर्यटकों को सफारी के दौरान प्लास्टिक पैकेजिंग वाले प्रोडक्ट को साथ में ले जाना प्रतिबंध रहेगा।
इसके साथ ही यहां प्लास्टिक उत्पदों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के कारण पर्यावरण को जो नुकसान हो रहा है, इसको लेकर पर्यटकों को भी जागरूक और प्रेरित किया जा रहा है। लोगों को जलवायु परिवर्तन के उपायों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
हर सोमवार जंगल सफारी बंद
बता दें कि रायपुर की ये जंगल सफारी में हर दिन औसतन 500 से ज्यादा पर्यटक जाते हैं। शनिवार और रविवार को पर्यटक बढ़ जाते हैं।
इसके अलावा त्यौहार पर यहां एक हजार से ज्यादा पर्यटक आते हैं। प्रबंधन का निर्णय है कि आमजनों के लिए हर सोमवार जंगल सफारी बंद रहेगी। बाकी सभी दिनों में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक यह खुला रहेगा।
इनको दी जाएगी फ्री एंट्री
रायपुर की जंगल सफारी के लिए चार्ज भी तय किया गया है। सफारी की सैर करने के लिए नॉन एसी बस का किराया 100 रुपए तय है। वहीं बच्चों का किया 12 से ज्यादा साल के बच्चों का किराया 25 रुपए, जबकि एसी बस में सफर करने का किराया 150 रुपए तय है।
साथ ही 12 साल तक के बच्चों का किराया 50 रुपए तय है। जू में 12 साल से कम उम्र के बच्चों को जंगल सफारी प्रबंधन के द्वारा फ्री एंट्री की सुविधा दी गई है।
कैमरों पर लगेगा अगल से चार्ज
बता दें कि प्रबंधन ने जंगल सफारी के दौरान कैमरा ले जाने वाले पर्यटकों के कैमरों का भी चार्ज तय किया है। पर्यटक अपने कैमरे का चार्ज देगा।
इसके अलग-अलग रेट तय किए गए हैं। इसमें स्टिल और डिजिटल कैमरा 100 रुपए, हैंडी कैमरा और वीडियो कैमरा 500 रुपए तय किया गया है। इसके अलावा कॉमर्शियल वीडियो कैमरा बिना परमिशन के ले जा नहीं सकेंगे।
जंगल सफारी में ये देखने को मिलेंगे
बता दें कि जंगल सफारी में चार भाग है, यानी चार बाड़े हैं। जहां शेर, बाघ, भालू और हिरण-नील गाय को पर्यटक खुले में निहार सकते हैं।
बीयर सफारी का एरिया 20 हेक्टेयर का है। टाइगर सफारी का एरिया 20 हेक्टेयर है। इसके साथ ही लायन सफारी का एरिया भी 20 हेक्टेयर ही है। बता दें कि शाकाहारी जानवरों की सफारी 30 हेक्टेयर एरिया में फैली है।
यहां से पहुंचे जंगल सफारी
रायपुर की जंगल सफारी को सेंट्रल इंडिया ने तैयार किया है। ये नेचुरल नहीं है। यहां पर पहले जंगल बनाया। इसलिए मैन मेड जंगल कहा जाता है।
जंगल सफारी, सेक्टर -39 नवा रायपुर में बना हुआ है। यहां जाने के लिए नया रायपुर, रायपुर रेलवे स्टेशन से 35 किमी दूरी पर है। रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से यह मात्र 15 किमी दूरी पर स्थित है।